कोरबा की कोतवाली थाना क्षेत्र में एक निर्माणाधीन भवन के ढहने से तीन मजदूर घायल हो गए हैं, जिसमें एक नाबालिग भी शामिल है। घटना मंगलवार शाम को गीतंजली भवन के पिछले हिस्से में हुई, जहां निर्माण कार्य चल रहा था।
चश्मदीदों के मुताबिक, भवन का एक हिस्सा लगभग 13-14 फीट की ऊंचाई से गिर गया। उस समय तीनों मजदूर उस हिस्से में काम कर रहे थे। सभी को गंभीर चोटें आई हैं।
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत घायलों को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया। हादसे में घायल महिला मजदूर झाम बाई के दाएं पैर में एक लंबा सरिया घुस गया है। एक अन्य मजदूर दिलहरण केसर के हाथ में भी गंभीर चोटें आई हैं। नाबालिग के गले, सिर और हाथ में गहरी चोटें हैं।
इस हादसे के बाद सबसे बड़ा सवाल ये भी उठ रहा है कि नाबालिग को ठेकेदार ने काम पर क्यों रखा था? यह एक गंभीर मुद्दा है, क्योंकि बाल श्रम कानून के अनुसार नाबालिगों को निर्माण कार्य में काम पर रखना गैरकानूनी है।
कोतवाली थाना पुलिस को घटना की जानकारी दे दी गई है और वे मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक मकान ढहने की वजह सामने नहीं आई है। पुलिस जांच के बाद ही इस हादसे के कारणों का पता चल पाएगा।
यह घटना एक बड़ी लापरवाही और सुरक्षा में कमी का उदाहरण है। निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर जब नाबालिग भी काम कर रहे हों। यह दुखद घटना हमें एक बार फिर सुरक्षा नियमों के प्रति सजग रहने की याद दिलाती है।