छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में एक साहसी पुलिस कार्रवाई में, कोरबा पुलिस ने एक मछुआरे की जान बचाई है. बांगो थाना के क्षेत्र में स्थित तान नदी में एक मछुआरा, गोकुल सिंह, मछली पकड़ने के दौरान अचानक आई बाढ़ में फंस गया था. नदी के तेज़ बहाव में फंसे गोकुल की जान खतरे में थी, लेकिन कोरबा पुलिस ने समय पर कार्रवाई करते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर उसे सुरक्षित बचा लिया.
घटना के बारे में बताया गया है कि गोकुल सिंह मछली पकड़ने के दौरान अचानक बढ़ते हुए पानी के स्तर में फंस गया था. वह एक टापू नुमा जमीन पर फंस गया था और जान बचाने के लिए दर-दर भटक रहा था. पुलिस को इस घटना की सूचना मिलते ही बांगो थाना के पुलिसकर्मियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नदी में उतरे और गोकुल को सुरक्षित बाहर निकाला.
गोकुल की जान बचाने वाले कोरबा पुलिस के जवानों को कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने न केवल प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, बल्कि उन्हें नगद इनाम भी दिया. इस कार्रवाई में बांगो थाना की निरीक्षक उषा सोंधिया, प्रधान आरक्षक ओम प्रकाश डिक्सेना, डायल 112 के आरक्षक सुरेंद्र कंवर, अनिल पोरते, मानस मनी पैकरा और अशोक खरे का महत्वपूर्ण योगदान था.
यह घटना लोगों के लिए एक प्रेरणा है और यह साबित करती है कि पुलिस हमेशा लोगों की मदद के लिए तत्पर रहती है. यह घटना कोरबा पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे ‘सजग कोरबा अभियान’ को भी और मजबूत करती है. ‘सजग कोरबा अभियान’ का उद्देश्य लोगों को सुरक्षित रखना और साइबर अपराधों से बचाना है. कोरबा एसपी ने ‘सजग कोरबा अभियान’ को और भी प्रभावी बनाने के लिए धरातल पर काम करने वाले निचले स्तर के पुलिसकर्मियों को सम्मानित करके उनकी सराहना की है.
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि पुलिस न केवल कानून का पालन कराने के लिए होती है, बल्कि लोगों की सेवा करने के लिए भी. कोरबा पुलिस ने इस घटना के माध्यम से साबित किया है कि वे लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.