भिलाई के वैशाली नगर में स्थित शकुंतला अपार्टमेंट में एक भयानक हादसा घटित हुआ, जिसने स्थानीय निवासियों को झकझोर कर रख दिया। चौथी मंजिल से अचानक लिफ्ट का भरभराकर गिरना न केवल चार लोगों के घायल होने का कारण बना, बल्कि इसने पूरे शहर में सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
घटना उस समय हुई जब शिव चौधरी के परिवार के मेहमान, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, लिफ्ट में सवार होकर नीचे जा रहे थे। अचानक लिफ्ट का संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे पार्किंग में जा गिरी। इस दुर्घटना में चार लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को तत्काल शंकराचार्य हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
इस दुर्घटना ने अपार्टमेंट के निर्माण और रखरखाव पर भी सवाल उठा दिए हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार, यह अपार्टमेंट 2014 में शकुंतला ढहाते (जमीन के मालिक) और वकील अहमद (बिल्डर) द्वारा बनवाया गया था। हालांकि, कई फ्लैट अभी तक खरीदारों को हस्तांतरित नहीं किए गए हैं।
अपार्टमेंट में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त लिफ्ट 2017 में बिल्डर द्वारा लगाई गई थी, जबकि निवासियों ने स्वयं दो अतिरिक्त लिफ्ट लगवाई थीं। यह खुलासा इमारत के निर्माण और सुरक्षा मानकों पर गंभीर चिंताएं उठाता है।
इस घटना ने नगर पालिका निगम भिलाई की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम किन मापदंडों के आधार पर ऐसे अपार्टमेंट्स को निर्माण की अनुमति देता है, जहां न तो सुरक्षा का ध्यान रखा जाता है और न ही भवन की गुणवत्ता का।
यह दुर्घटना भिलाई के निवासियों के लिए एक चेतावनी के रूप में सामने आई है। अब समय आ गया है कि शहर के विकास के साथ-साथ नागरिकों की सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वह इस मामले की गहन जांच करे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।