महात्मा गांधी: सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्गदर्शक
महात्मा गांधी: सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्गदर्शक

2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मनाई जाती है। इस दिन हम उनके अमूल्य योगदान को याद करते हैं, उनके जीवन से सीख लेते हैं और उनके सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित होते हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महात्मा गांधी को नमन करते हुए कहा, “महात्मा गांधी ने भारत में स्वाधीनता आंदोलन को नई दिशा दी। उन्होंने सत्य, प्रेम और अहिंसा का मार्ग अपनाकर पूरे विश्व के सामने मिसाल कायम की।”

महात्मा गांधी ने सिर्फ़ देश को आजादी दिलाई ही नहीं, बल्कि उन्होंने भारतीयों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्वदेशी वस्त्रों और उत्पादों का उपयोग करने पर जोर दिया और चरखा का प्रतीक अपनाकर खादी को बढ़ावा दिया।

उनके द्वारा चलाई गई स्वच्छता अभियानों का असर आज भी हम देखते हैं। 2 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन को देश भर में राष्ट्रीय आंदोलन के रूप में शुरू किया गया था, जो महात्मा गांधी के स्वच्छता के सपने को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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एक स्वच्छ और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान देकर हम गांधी जी को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं। आइए, हम सब मिलकर उनके बताए मार्ग पर चलें और उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारें।