रायपुर, छत्तीसगढ़ – रायपुर शहर के भाठागांव बस स्टैंड पर पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 30 किलोग्राम गांजा जब्त किया है। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ पुलिस के निरंतर चल रहे नशामुक्ति अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत नशीले पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
घटना का विवरण
टिकरापारा पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने बस स्टैंड पर छापेमारी की और एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया। जांच के दौरान उसके पास से 30 किलोग्राम गांजा बरामद किया गया। तस्कर को यात्री के वेश में देखकर पुलिस की “तीसरी आंख” ने उसे पहचान लिया।
पुलिस की कार्रवाई
तस्कर को गिरफ्तार कर टिकरापारा थाने ले जाया गया है, जहां उससे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से नशीले पदार्थों के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। पुलिस ने बताया कि वे शाम तक एक विस्तृत प्रेस विज्ञप्ति जारी करेंगे, जिसमें इस मामले के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला जाएगा।
नशामुक्ति अभियान का प्रभाव
यह कार्रवाई एसएसपी डॉ. संतोष सिंह के नेतृत्व में चलाए जा रहे “निजात अभियान” का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह अभियान न केवल रायपुर में, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य समाज को नशे की बुराई से मुक्त करना और युवाओं को इसके दुष्प्रभावों से बचाना है।
भाठागांव बस स्टैंड: तस्करों का पसंदीदा स्थान
यह पहली बार नहीं है जब भाठागांव बस स्टैंड से किसी तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। पिछले कुछ महीनों में यहां से कई तस्कर पकड़े जा चुके हैं। तस्कर अक्सर यात्री के वेश में यहां पहुंचते हैं और अवैध नशीले पदार्थों की सप्लाई करने का प्रयास करते हैं।
पुलिस की सतर्कता
छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार ऐसे अपराधियों पर नजर रख रही है और समय-समय पर कार्रवाई कर रही है। पुलिस की इस सतर्कता के कारण तस्करों के लिए अपने अवैध कार्यों को अंजाम देना मुश्किल होता जा रहा है।
निष्कर्ष
यह कार्रवाई दर्शाती है कि छत्तीसगढ़ पुलिस नशा तस्करी के खिलाफ अपने अभियान में कितनी गंभीर है। समाज के हर वर्ग से अपेक्षा की जाती है कि वे इस अभियान में पुलिस का साथ दें और एक स्वस्थ और नशामुक्त समाज के निर्माण में अपना योगदान दें।