रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रानी दुर्गावती की 5 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि रानी दुर्गावती भारतीय नारी की दृढ़ इच्छाशक्ति और शौर्य का प्रतीक हैं।
मातृभूमि की रक्षा के लिए उन्होंने साहस और वीरता से अंतिम क्षण तक शौर्य का प्रदर्शन किया। रानी दुर्गावती का शौर्य और बलिदान चिरस्मरणीय है।
रानी दुर्गावती का इतिहास साहस और बलिदान का प्रतीक है। वो गोंडवाना साम्राज्य की शासक थीं और उन्होंने मुगल साम्राज्य के खिलाफ साहसपूर्वक युद्ध लड़ा। एक समय में रानी दुर्गावती ने अकबर की सेना के साथ युद्ध किया था। उनके अदम्य साहस और वीरता की कहानियां आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं।
रानी दुर्गावती के जीवन से हमें कई सीख मिलती हैं। उनके साहस और बलिदान से हम सीखते हैं कि किसी भी परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। मातृभूमि की रक्षा के लिए रानी दुर्गावती ने अकबर के सामने घुटने नहीं टेके, बल्कि अकबर की सेना से जंग लड़ी और बहादुरी से शहादत पाई।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने रानी दुर्गावती के जीवन और वीरता को स्मरण करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की बेटी रानी दुर्गावती का इतिहास हमेशा प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा। उनके जीवन का उदाहरण आज भी हमें आदर्श प्रदान करता है।