मुंगेली जिले में एक शिक्षक ने जिला शिक्षा अधिकारी पर प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। व्याख्याता शिक्षक ममता जांगड़े ने कलेक्टर से शिकायत करते हुए कहा कि उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और उन्हें उनके वरिष्ठता के आधार पर प्रभारी प्राचार्य का पद नहीं दिया जा रहा है।
शिकायत के मुताबिक, मुंगेली जिले के टेमरी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वरिष्ठ व्याख्याता ममता जांगड़े को प्रभारी प्राचार्य का पद दिया जाना चाहिए था, लेकिन जूनियर व्याख्याता को यह प्रभार सौंप दिया गया। इस मामले में संयुक्त संचालक बिलासपुर ने तीन बार जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर वरिष्ठता के आधार पर प्रभार देने का आदेश दिया था, लेकिन इसके बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश का पालन नहीं किया।
ममता जांगड़े ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए कहा कि उन्हें वरिष्ठता के आधार पर प्रभारी प्राचार्य का प्रभार दिया जाए और जूनियर व्याख्याता को इस पद से हटाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा उनके साथ मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
यह मामला शिक्षा विभाग में वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति और प्रभार देने को लेकर उठे विवाद का एक उदाहरण है। यह भी दर्शाता है कि शासकीय आदेशों का पालन न होने पर शिक्षक कैसे मानसिक रूप से प्रताड़ित होते हैं।
इस घटना ने शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं। शिक्षा विभाग को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि शिक्षकों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव या प्रताड़ना न हो।