छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में कलेक्टर बिपिन मांझी ने साप्ताहिक जनदर्शन कार्यक्रम के दौरान जिले के विभिन्न गांवों से आए लोगों की समस्याएं सुनी। उन्होंने लोगों की मांगों और शिकायतों को गंभीरता से लिया और संबंधित विभागों के अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जनदर्शन में कई तरह की समस्याएं सामने आईं। देवान्त गुप्ता, गौरवपथ रोड़ के निवासी, ने अपनी स्वामित्व वाली भूमि में चल रहे रास्ते के निर्माण को रोकने की गुहार लगाई। दीपक दुग्गा, ग्राम खड़कागांव के निवासी, ने नौकरी के लिए आवेदन किया। ग्राम मुण्डपाल के ग्रामीणों ने अपनी गांव की सीमा को लेकर चिंता व्यक्त की और महतारी वंदन योजना का लाभ न मिलने की शिकायत की।
पॉलिटेक्निक कॉलेज के छात्रों ने इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्युनिकेशन विभाग में शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग की। राकेश कोर्राम और आदिम जाति कल्याण विभाग के अन्य कर्मचारियों ने अपनी सर्विस बुक को अपडेट करने और वेतन निर्धारण करने का अनुरोध किया। कुमारी उकेश्वरी पोटाई, ग्राम करलखा की निवासी, ने बीमा राशि दिलवाने की गुहार लगाई। भुनेश्वर सूर्यवंशी, ग्राम बाकुलवाही के निवासी, ने अपने नाम और खसरा नंबर में सुधार करने का अनुरोध किया।
ग्राम सुलेंगा के ग्रामीणों ने अपने गांव में स्टॉप डेम निर्माण की मांग की, जबकि ग्राम ताड़ोपाल के ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत ताड़ोपाल में स्थित खेल मैदान के समतलीकरण का अनुरोध किया।
कलेक्टर बिपिन मांझी ने सभी आवेदनों को गंभीरता से लिया और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि इन समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा। जनदर्शन के दौरान, कलेक्टर ने सभी विभागों के अधिकारियों को इन मामलों पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
जनदर्शन कार्यक्रम नारायणपुर जिले के लोगों के लिए अपनी समस्याओं को कलेक्टर के सामने रखने का एक महत्वपूर्ण मंच है। कलेक्टर का त्वरित कार्रवाई का वादा, ग्रामीणों को आशा प्रदान करता है कि उनके मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा और उनके लिए सही समाधान खोजा जाएगा।