नशा मुक्ति अभियान: युवाओं को नशे से दूर रखने की पहल
नशा मुक्ति अभियान: युवाओं को नशे से दूर रखने की पहल

बलौदाबाजार में नशा मुक्त भारत अभियान के तहत युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इस अभियान के अंतर्गत ‘नई दिशा’ कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। हाल ही में भाटापारा स्थित गजानन अग्रवाल शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 221 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

इस संगोष्ठी में समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक अरविंद गेडाम ने बताया कि नशा एक ऐसी बुराई है जो हमारे जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर देती है। नशे की लत से ग्रस्त व्यक्ति परिवार और समाज दोनों के लिए बोझ बन जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार नशे के दुष्चक्र से पीड़ित लोगों को मुक्ति दिलाने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है, जिसमें शराब और गुटखे पर रोक लगाना भी शामिल है।

संगोष्ठी में नशे के विभिन्न प्रकारों के बारे में बताया गया, जिसमें शराब, गांजा, भांग, अफीम, जर्दा, गुटखा, तंबाकू, चरस, स्मैक, कोकिन, ब्राउन शुगर जैसी घातक मादक दवाओं और पदार्थों का उपयोग शामिल है। इस अवसर पर नशे से छुटकारा पाने के लिए संचालित नशा मुक्ति केंद्र के बारे में भी जानकारी दी गई।

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इस केंद्र में रहने की सुविधा, दवाओं की व्यवस्था, मनोचिकित्सकों की सेवाएं, योगाभ्यास, पूजा पाठ और सामाजिक कार्यक्रम जैसे विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। इसके अलावा ‘आर्ट ऑफ लिविंग’ के बारे में भी जानकारी दी गई, जो जीवन जीने की कला सीखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इस कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के अधिकारी-कर्मचारी, महाविद्यालय के प्राचार्य और प्राध्यापक भी उपस्थित रहे।