कवर्धा (छत्तीसगढ़): कबीरधाम पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। एमएमसी क्षेत्र के दो पूर्व नक्सलियों ने पुलिस बल में शामिल होने का फैसला लिया है। अब ये दोनों पूर्व नक्सली कबीरधाम पुलिस में कांस्टेबल के रूप में तैनात होकर समाज की रक्षा करेंगे। भक्षक से रक्षक बने इन पूर्व नक्सलियों का यह कदम शांति और पुनर्वास की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है और अन्य नक्सलियों के लिए एक प्रेरणा भी है कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हों।
8 लाख और 5 लाख के इनामी नक्सली थे शामिल!
- दिवाकर, जो कि द्वितीय वर्ती कमांडर (DVCM) थे और जिन पर 8 लाख रुपये का इनाम था, ने 2022 में आत्मसमर्पण किया था।
- तीजू, जो कि सहायक कमांडर (ACM) था और जिस पर 5 लाख रुपये का इनाम था, ने 2021 में हथियार डाल दिए थे।
पुलिस की पहल रंग लाई!
कबीरधाम पुलिस द्वारा चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान और पुनर्वास नीति के तहत यह सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने बताया कि यह कदम नक्सलियों के मनोबल को तोड़ने और उन्हें मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।