जगदलपुर । दंतेवाड़ा में इंद्रावती नदी में डूबे NMDC कर्मचारियों के शव 14 घंटे बाद सोमवार सुबह करीब 7.30 बजे गोताखोरों ने बरामद कर लिए हैं। दोनों कर्मचारी अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए गए थे। इस दौरान नदी में नहाते समय भंवर में फंस गए और डूब गए। पति को डूबता देख एक कर्मचारी की पत्नी ने नदी में छलांग भी लगाई, लेकिन उसके सामने ही वह बह गया। CM ने ट्वीट कर दोनों कर्मचारियों की मौत पर दुःख जताया है। बताया जा रहा है कि दोनों कर्मचारी अपने परिवार के साथ सातधार में पिकनिक मनाने के लिए गए हुए थे। इन दोनों की पत्नी, बच्चे समेत कुल 10 लोग थे। जिन्होंने पहले पुल के नीचे खाना खाया, फिर दोनों कर्मचारी पानी में उतर गए। हालांकि जिस जगह ये पानी में उतरे वहां का जल स्तर थोड़ा कम था, लेकिन गहराई ज्यादा थी। पानी के बीच भंवर में फंसने की वजह से दोनों डूब गए। इनमें से एक प्रदीप दत्ता (50) और दूसरा संजय राय (45) है। यह दोनों NMDC किरंदुल में पदस्थ थे।
हादसे के समय मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि, पति को डूबता देख उन्हें बचाने के लिए एक महिला ने भी पानी में छलांग लगा दी थी, लेकिन वो भी डूबने लगी। किसी तरह से आस-पास में खड़े ग्रामीणों ने महिला को पानी से बाहर निकाल लिया, लेकिन दोनों पुरुषों की जिंदगी नहीं बचा पाए। जोर-जोर से चिल्लाने और रोने की आवाज सुनकर पुल के ऊपर खड़े CRPF के जवान भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने बारसूर थाना और गोताखोरों को मामले की जानकारी दी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस हादसे को लेकर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, दंतेवाड़ा जिले के बारसूर सातधार पुल के पास इंद्रावती नदी में डूबने से दो लोगों की मृत्यु का बेहद दुःखद समाचार मिला।
हादसे में जान गंवाने वाले दोनों लोग NMDC कर्मचारी थे। ईश्वर शोक संतप्त परिवारजनों को हिम्मत दें। हम सब दिवंगत आत्मओं की शांति की प्रार्थना करते हैं। रविवार की देर रात तक गोताखोर दोनों कर्मचारियों के शवों को ढूंढने की कोशिश करते रहे। लेकिन अंधेरा होने की वजह से ज्यादा दूरी तक गोताखोर नहीं पहुंच पाए। जिससे दोनों कर्मियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। दंतेवाड़ा की DSP आशारानी ने बताया कि,सोमवार की सुबह जब कोहरा थोड़ा कम हुआ तो एक बार फिर से शव को ढूंढने की कोशिश शुरू की गई।