राज्यपाल की जिला समीक्षा बैठकों पर सियासी घमासान: बघेल बनाम साव!
राज्यपाल की जिला समीक्षा बैठकों पर सियासी घमासान: बघेल बनाम साव!

छत्तीसगढ़ में राज्यपाल रामेन डेका की जिलों में समीक्षा बैठकों को लेकर राजनीतिक घमासान छिड़ गया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर तंज कसा है, जबकि उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पलटवार किया है।

बघेल का तंज:

भूपेश बघेल ने कहा कि यह बहुत गंभीर बात है। ऐसा तो पहले कभी नहीं हुआ। राज्यपाल दुर्ग, बिलासपुर, महासमुंद और अन्य जिलों में जाकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं। यह मुख्यमंत्री साय के लिए निश्चित तौर पर सोचनीय होगा। समझ नहीं आ रहा है कि सरकार कौन चला रहा है? सरकार के समांतर सरकार वाली बात हो गई।

साव का पलटवार:

अरुण साव ने बघेल के इस तंज पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि बघेल जी को ऐसा कहने से पहले खुद के कार्यकाल को याद करना चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि उन्हें मुख्यमंत्री रहते कौन चला रहे थे? बघेल जी अपनी और कांग्रेस की चिंता करें। प्रदेश में विष्णु का सुशासन है। अब डबल इंजन की सरकार है। उन्हें तनाव नहीं लेना चाहिए।

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राज्यपाल की सक्रियता:

राज्यपाल रामेन डेका छत्तीसगढ़ में शपथ लेने के बाद से बहुत ही सक्रिय हैं। राजभवन में अधिकारियों की बैठक लेने के बाद अब वे जिलों में अधिकारियों की समीक्षा बैठक कर रहे हैं। महासमुंद और बिलासपुर में बैठक कर चुके हैं। कई और जिलों में बैठक लेने वाले हैं। राज्यपाल की इस सक्रियता की चर्चा राजनीतिक गलियारों में खूब है।

क्या है राजनीतिक मायने?

राज्यपाल की जिला समीक्षा बैठकों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का मुख्य कारण है कि यह राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय है या नहीं। कई लोग इस बात को राज्यपाल की राज्य सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं।

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