प्रधानमंत्री बीमा योजनाओं के लाभ: दुर्ग में प्रशिक्षण कार्यक्रम
प्रधानमंत्री बीमा योजनाओं के लाभ: दुर्ग में प्रशिक्षण कार्यक्रम

दुर्ग। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजनाओं के तहत जिले के लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुँचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिला पंचायत सभा कक्ष में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सरलता से बीमा राशि का वितरण करना और अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ दिलाना है।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य कार्यालय द्वारा एसपीएम दीपेश डाबरिया और लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर प्रकाश सर ने योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। इस दौरान सभी ब्लॉक और क्लस्टर स्टाफ उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजनाओं के तहत हितग्राहियों को राशि आहरण करने, बैंक से संपर्क स्थापित करने और क्लेम को आसानी से हितग्राही के परिवार तक पहुँचाने के तरीके के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में आ रही समस्याओं का निराकरण कैसे किया जाए, इस पर भी प्रकाश डाला गया।

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जिला पंचायत दुर्ग के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवांगन ने बताया कि प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना 18 से 50 वर्ष की आयु के सभी ग्राहकों को 2.00 लाख रुपये का एक वर्षीय टर्म जीवन कवर प्रदान करता है। यह किसी भी कारण से हुई मृत्यु को कवर करता है। प्रत्येक ग्राहक को प्रति वर्ष 436 रुपए प्रीमियम देय होगा, जो ग्राहक के बैंक/डाकघर खाते से स्वतः कट रहा है।

देवांगन ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का वार्षिक प्रीमियम मात्र 12 रुपए है। इस योजना का प्रीमियम ही इस योजना की खासियत बयां कर रहा है। इस बीमा योजना के अंतर्गत 12 रुपए वार्षिक प्रीमियम पर दुर्घटना बीमा किया जाएगा। यह योजना 18 से 70 साल के लोगों के लिए है। यदि इस योजना के अंतर्गत बीमित व्यक्ति की दुर्घटना में मौत हो जाती है, या फिर हादसे में दोनों आंखें या दोनों हाथ या दोनों पैर खराब हो जाते हैं, तो उसे 2 लाख रुपए मिलेंगे। इस योजना का संचालन का तरीका प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसा ही है।

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इन दोनों योजनाओं के हितग्राही जो ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, वे क्लेम को स्व-सहायता समूह की दीदीयों, बीमा सखी और बैक सखी के माध्यम से आवेदन और बैंक से संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं। जिला पंचायत सीईओ देवांगन ने ग्राम पंचायत में एक सक्षम केन्द्र की स्थापना की बात कही। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन पीआरपी, एडीईओ, एफएलसीआरपी, बैक सखी, बीमा सखी, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।