गरियाबंद: गरियाबंद जिले के देवभोग तहसील में पटवारी नटेश्वर नायडू को एसडीएम तुलसी दास द्वारा 14 सितंबर को निलंबित कर दिया गया था। पटवारी को निर्दोष और कार्रवाई को गलत ठहराते हुए प्रदेश पटवारी संघ भी पटवारी के बचाव में उतर आया है।
पटवारियों का विरोध:
प्रांतीय और जिला संघ के निर्देश पर देवभोग तहसील पटवारी संघ ने एसडीएम की कार्रवाई के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद संघ ने अल्टीमेटम पत्र भी जारी किया और सभी ग्रुप से लेफ्ट हो गए।
काम बंद करने की चेतावनी:
पटवारियों का कहना है कि अगर मंगलवार तक पटवारी नटेश्वर नायडू का निलंबन वापस नहीं लिया गया तो बुधवार को सभी 11 पटवारी अतिरिक्त 16 हल्का का बस्ता एसडीएम को सौंपकर काम बंद कर देंगे।
पटवारियों की मांगें:
- पटवारी नटेश्वर नायडू का निलंबन वापस लिया जाए।
- समय की थोड़ी सी चूक के लिए सुनवाई का अवसर दिए बिना सीधी कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए।
अनुविभाग प्रशासन में सकते में:
पटवारियों का विरोध अनुविभाग प्रशासन को चिंता में डाल रहा है। सरकार ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं, लेकिन पटवारियों के विरोध से राजस्व विभाग के काम ठप्प होने की संभावना है। इसके अलावा, फसल गिरदावरी, स्कूली छात्रों के जाति, निवास और किसान पंजीयन का काम भी बाधित हो जाएगा।
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन का समर्थन:
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने पटवारी संघ को अपना समर्थन दिया है। संघ के प्रांतीय अध्यक्ष प्रदीप वर्मा ने एसडीएम की कार्रवाई की निंदा की है।
क्या होगा आगे?
अब देखना होगा कि एसडीएम पटवारियों की मांगों पर कैसे प्रतिक्रिया देंगे। इस मामले का राजस्व विभाग के कामकाज पर क्या असर होगा, यह भी देखने लायक है।