छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देशों के तहत, रायगढ़ पुलिस साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सक्रिय है। रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने जिले के सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना-चौकी प्रभारियों को सामुदायिक पुलिसिंग के तहत साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दिया है।
इस क्रम में, 27 सितंबर, 2024 को डीएसपी साइबर सेल अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा और उनकी टीम ने मां काली एलॉयस उद्योग प्राइवेट लिमिटेड, पाली गेरवानी में एक व्यापक साइबर अवेयरनेस और औद्योगिक सुरक्षा कार्यक्रम आयोजित किया।
कार्यक्रम में डीएसपी अभिनव उपाध्याय ने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ डिजिटल स्वास्थ्य के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि साइबर अपराधी, गैजेट्स और तकनीकों का दुरुपयोग करके, नई-नई चालों से ठगी कर रहे हैं। उन्होंने फोन कॉल, फर्जी जानकारी, फेक वारंट, डिजिटल अरेस्ट, और सेक्सटॉर्शन के जरिए लोगों को फंसाने वाले साइबर अपराधों के बारे में बताया।
डीएसपी उपाध्याय ने उपस्थित कर्मचारियों को फिशिंग, क्रिप्टो करेंसी, शेयर मार्केट फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन, और डिजिटल अरेस्ट जैसे साइबर अपराधों से बचने के लिए सुझाव दिए। उन्होंने अनजान लिंक और कॉल से बचने और अनजान कंपनियों में निवेश न करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा की पहली रेखा जागरूकता है, और इसके बिना सुरक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती।
थाना प्रभारी राकेश मिश्रा ने औद्योगिक दुर्घटनाओं के बारे में बात करते हुए, कर्मचारियों को अपने कार्यस्थल पर सुरक्षा उपकरणों का सही उपयोग करने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी। कार्यक्रम के अंत में, कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों को साइबर सुरक्षा की शपथ दिलाई गई। उनसे अपने आसपास के 10 लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का आग्रह किया गया, ताकि साइबर अपराधों को खत्म करने में सब मिलकर प्रयास कर सकें।
इस कार्यक्रम में डीएसपी अभिनव उपाध्याय, निरीक्षक राकेश मिश्रा, एएसआई विजय एक्का, जयराम सिदार, प्रधान आरक्षक अमित तिर्की, और साइबर सेल के प्रधान आरक्षक दुर्गेश सिंह, आरक्षक नवीन शुक्ला उपस्थित थे।