रायगढ़ में एक बड़ी कार्रवाई में, जिला पंचायत के सीईओ जितेन्द्र यादव ने ग्राम पंचायत कोतासुरा के पंचायत सचिव हीरालाल धोबा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
क्यों? क्योंकि हीरालाल धोबा ने अपने पदीय कर्तव्यों और दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरती है!
मामला क्या है?
- हीरालाल धोबा को कार्यालयीन आदेश के माध्यम से ग्राम पंचायत कोतासुरा से कार्यालय जनपद पंचायत पुसौर में पदस्थ किया गया था।
- इस आदेश के अनुसार रूपेन्द्र साव, जो पहले जनपद पंचायत पुसौर में थे, को ग्राम पंचायत कोतासुरा में पदस्थ किया गया था।
- लेकिन हीरालाल धोबा ने ग्राम पंचायत कोतासुरा का प्रभार रूपेन्द्र साव को नहीं सौंपा!
यानी हीरालाल धोबा ने उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना की।
इस लापरवाही के चलते सीईओ जितेन्द्र यादव ने उन पर निलंबन की कार्रवाई की।
हीरालाल धोबा का निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय कार्यालय जनपद पंचायत पुसौर निर्धारित किया गया है।
यह घटना ग्राम पंचायत कोतासुरा में अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर रही है। स्थानीय लोगों में इस मामले को लेकर नाराजगी है और वे जिला पंचायत से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि पदीय दायित्वों को निभाने में लापरवाही बरतने के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।