रायगढ़ – जितेन्द्र कुमार जैन, प्रधान जिला न्यायाधीश और अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ ने 24 सितंबर 2024 को सारंगढ़ उप जेल का निरीक्षण किया। उन्होंने उप जेल की पुरुष और महिला बैरक का निरीक्षण किया और बंदियों के लिए विधिक सहायता शिविर का भी आयोजन किया।
शिविर में क्या जानकारी दी गई?
- प्रधान जिला न्यायाधीश ने बंदियों से मुलाकात की और उनके मामलों के बारे में पूछताछ की।
- नालसा द्वारा समय-समय पर पात्र बंदियों की रिहाई हेतु चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी गई।
- उप जेल सारंगढ़ में स्थापित लीगल एड क्लिनिक के माध्यम से बंदियों को उनके मामले में विधिक सहायता और सलाह उपलब्ध कराने के बारे में जानकारी दी गई।
- पैनल अधिवक्ता/प्रतिधारक अधिवक्ता द्वारा मामले में पैरवी करने और जमानत आदि की कार्यवाही करने के बारे में बताया गया।
- लंबे समय से जेल में बंद छोटे अपराधों के बंदी को जेल लोक अदालत में अपराध स्वीकारोक्ति के आधार पर रिहा हो सकने की जानकारी दी गई।
निरीक्षण में क्या-क्या देखा गया?
- बंदियों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधा और चिकित्सा की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली गई।
- बंदियों से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ की गई।
- बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं, जैसे भोजन, पेयजल, शौचालय, मनोरंजन और शिक्षा के बारे में जानकारी ली गई।
- बंदियों के लिए वीडियो कान्फ्रेन्सिग के माध्यम से मुलाकात करने और न्यायालय पेशी में उपस्थित होने के संबंध में समीक्षा की गई।
कौन-कौन लोग मौजूद थे?
- कुमारी पारूल श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सारंगढ़-बिलाईगढ़
- श्रीमती अंकिता मुदलियार, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़
- उप जेल के अधिकारी और कर्मचारी
- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी और पैरालीगल वालिंटियर