रायपुर, छत्तीसगढ़: ग्रीन आर्मी संस्था द्वारा 30 अगस्त से शुरू होने वाले वृहद पैमाने पर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यशाला का उद्देश्य युवाओं को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना और उनकी भूमिका को मजबूत बनाना है.
ग्रीन आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमिताभ दुबे ने आज एक प्रेस कान्फ्रेस में बताया कि संस्था 125 शैक्षणिक संस्थानों में “वंदे मातरम प्रशिक्षण कार्यशाला” का आयोजन करने जा रही है. इसके लिए संस्था के प्रशिक्षकों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया है.
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य:
- “वंदे मातरम प्रशिक्षण कार्यक्रम” के माध्यम से रायपुर के शैक्षणिक संस्थानों में पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भूमिका को मजबूत बनाना.
ग्रीन आर्मी ने रायपुर में लगभग 110 और अन्य जिलों में लगभग 15 शैक्षणिक संस्थानों का चयन किया है जहां संस्था के प्रशिक्षक पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भूमिका विषय पर प्रशिक्षण देंगे. इस हेतू संस्था के 125 सदस्यों को विशेष रूप से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है.
ग्रीन आर्मी के 11 मुख्य कार्य:
- गार्डेन के लिए आरक्षित स्थानों पर सघन वृक्षारोपण कर सवारना ऑक्सीजोन बनाना
- ग्रीन आर्मी प्रत्येक जोन में एक स्थान में पीपल एवम् बरगद संग्रहण एवम् निशुल्क पौधा वितरण कार्यक्रम
- तालाबों में बबुल के ट्री गार्ड से पीपल और बरगद लगाना
- शहर के अंदर एवम् बाहर रोड किनारे ग्रीन नीम कॉरिडोर का निर्माण
- युवाशक्ति को जोड़ने हेतु 125 स्कूल कॉलेज में एक साथ 45 मिनिट्स का पर्यावरण संरक्षण पर प्रशिक्षण
- घर घर नर्सरी हर घर नर्सरी के तहत् संस्था के प्रत्येक सदस्यों को 100 पौधो की ज़िम्मेदारी देना
- ग्रीन आर्मी के हमारे प्रत्येक जोन में जोनल रिकॉर्ड रजिस्टर को अनिवार्य रूप से तैयार करना
- कटर मशीन की सहायता से ओल्ड ट्री गार्ड का रीयूज करना वेस्ट से बेस्ट
- बारिश के पानी के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम करवाना
- प्रत्येक जोन में एक बाज़ार को सिंगल यूज प्रतिबंधित पॉलिथिन से मुक्त कराना
- छत्तीसगढ के सभी जिलों में ग्रीन आर्मी संस्था का विस्तार हेतु संपर्क सूची।
यह कार्यशाला छत्तीसगढ़ में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. ग्रीन आर्मी के इस प्रयास का स्वागत किया जाना चाहिए.