छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई जारी है! सारंगढ़-बिलाईगढ़ में एक बड़ी सफलता मिली है। RTE प्रभारी अरुण दुबे को निजी स्कूलों से काम करवाने के बदले पैसे मांगने के आरोप में एसीबी की टीम ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
दरअसल, अरुण दुबे ने निजी स्कूल संचालकों से RTE की फाइल को आगे बढ़ाने के लिए मोटी रकम की मांग की थी। एक लाख रुपए से नीचे की फाइल पर 3 हजार और एक लाख से ऊपर की फाइल पर 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। कुल 44 फाइलों के लिए 2 लाख 16 हजार रुपए की मांग की जा रही थी!
निजी स्कूल संघ ने इस मामले की शिकायत एसीबी की टीम से की थी। शिकायत के बाद टीम ने प्लान बनाकर कार्यवाही की और RTE प्रभारी अरुण दुबे को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
ये मामला हमें याद दिलाता है कि भ्रष्टाचार कैसे हमारे समाज को कमजोर करता है। शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में रिश्वत लेना बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। हम आशा करते हैं कि एसीबी इस मामले की गंभीरता से जांच करेगा और दोषी को सजा दिलवाएगा।