सिद्धखोल जलप्रपात जो बारिश होते ही अपने शबाब पर रहता है. इसकी इसी खूबसूरती के कारण बारिश के दिनों में दूर-दूर से पर्यटक इसका नजारा देखने पहुंचते हैं. हर साल की तरह इस साल भी लोग सिद्धखोल जलप्रपात का खूबसूरत नजारा देखने पहुंच रहे हैं.
90 फीट की ऊंचाई से बहता है झरना
बलौदाबाजार जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर जंगल के बीच सिद्धखोल का झरना इन दिनों लोगों को खूब आकर्षित कर रहा है. करीब 90 फीट की ऊंचाई से ये खूबसूरत झरना बहता है. मानसून के बाद से ही सिद्धखोल झरना देखने पर्यटकों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है. जो नवंबर तक बनी रहती है. परिवार के साथ लोग यहां आकर अपना अच्छा समय बिताते हैं. पिकनिक मनाने के लिए भी आसपास के लोग यहां पहुंचते हैं.
सिद्धबाबा के नाम पर इस झरने का नाम पड़ा सिद्धखोल
सिद्धखोल जलप्रपात अपने आप में एक प्रसिद्ध जलप्रपात है. इस जगह पर सिद्धबाबा का एक मंदिर है. जिनके नाम पर ही इस जगह को सिद्धखोल कहा जाता है. यहां आने पर वॉटरफॉल, बाबा का मंदिर, वॉच टावर देखने लायक है. बारिश के दौरान यहां पर रहने के लिए शेड की भी व्यवस्था है.