छत्तीसगढ़ में राजनीतिक भूचाल! पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) ने उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया है. ईओडब्ल्यू ने उन्हें अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 10 दिनों की रिमांड पर भेज दिया गया. अब सौम्या चौरसिया 18 नवंबर तक एसीबी/ईओडब्ल्यू की हिरासत में रहेंगी.
याद दिला दें कि राज्य की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने 2 जुलाई को निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू और समीर विश्नोई के साथ-साथ राज्य सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988/संशोधित अधिनियम, 2018 की संबंधित धाराओं के तहत भ्रष्टाचार के आरोप में तीन नई प्राथमिकी दर्ज की थी.
इससे पहले, कोयला लेवी घोटाले में धनशोधन (मनीलॉंड्रिंग) पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिसंबर 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया था. इस मामले में निलंबित आईएएस समीर विश्नोई और निलंबित आईएएस रानू साहू को कोयला लेवी मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था.
इस घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. यह मामला छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है. आगे क्या होता है, यह देखना दिलचस्प होगा.