छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल की अध्यक्षता में मंत्रालय महानदी भवन में सामान्य प्रशासन विभाग की बैठक आयोजित की गई। बैठक में संविधान दिवस और समरसता दिवस के आयोजन के संबंध में कार्यक्रमों के निर्धारण एवं जरूरी तैयारियों के संबंध में चर्चा किया गया। संविधान दिवस का आयोजन 26 नवम्बर 2019 को मनाया जाना है और समरसता दिवस बाबा साहेब अम्बेडकर की जयंती 14 अप्रैल 2020 को मनायी जाएगी।
मुख्यसचिव आर. पी. मण्डल ने भारतीय संविधान के प्रमुख आधारभूत तथ्यों के प्रति जागरूकता लाने, अभियान के रूप में 26 नवम्बर 2019 से 14 अप्रैल 2020 तक विभिन्न कार्यक्रम करने के निर्देश दिए है। इसके तहत विधानसभा के शीतकालीन सत्र में संविधान दिवस 26 नवम्बर के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। राज्य के समस्त ग्राम पंचायतों और शहरी क्षेत्रों में विशेष सभा का आयोजन किया जाएगा और भारत के संविधान के सम्मान में शपथ ली जाएगी। 26 नवम्बर से 14 अप्रैल तक की अवधि में राज्य के समस्त विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में प्रतिदिन एक-एक मूल कर्त्तव्य और मूल अधिकारों की जानकारी दी जाएगी और उनसे संबंधित चर्चा का आयोजन किया जाएगा। साथ ही विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से भारत के संविधान को जानने-समझने का अवसर विद्यार्थियों और आम नागरिकों को उपलब्ध कराया जाए। समरसता दिवस 14 अप्रैल 2020 को राज्य स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मुख्य सचिव ने भारतीय संविधान के गरिमा के अनुरूप कार्यक्रमों के रूपरेखा का निर्धारण और उससे जुड़ी तैयारियों के क्रियान्वयन के निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि भारत में हर साल 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाया जाता है। संविधान सभा द्वारा भारत देश के संविधान को 26 नवम्बर 1949 को स्वीकार किया गया था। भारत देश में 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ था। भारतीय संविधान के जनक डॉ.भीमराव अम्बेडकर की जन्म तिथि 14 अप्रैल को सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाया जाता है। बैठक में प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास सुब्रत साहू, सचिव संसदीय कार्य सोनमणी बोरा, सचिव खेल एवं युवा कल्याण सिद्धार्थ कोमल परदेशी, सचिव आदिम जाति कल्याण विभाग डी.डी.सिंह, सचिव विधानसभा चंद्रशेखर गंगराड़े, सी.ई.ओ. चिप्स श्री देवसेनापति, संचालक स्कूल शिक्षा श्री एस.प्रकाश सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।