छत्तीसगढ़ के खेल जगत में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है। बस्तर ओलंपिक के रूप में एक वृहद खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारियों की समीक्षा खेल संचालक तनुजा सलाम ने की।
न्यू सर्किट हाउस जगदलपुर में आयोजित एक बैठक में, सलाम ने बस्तर संभाग के सभी जिला खेल अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने न केवल आगामी प्रतियोगिता की तैयारियों का जायजा लिया, बल्कि क्षेत्र में खेल संबंधी बुनियादी ढांचे का भी निरीक्षण किया।
सलाम ने जगदलपुर में स्थित हॉकी खेलो इंडिया सेंटर का दौरा किया और प्रस्तावित सिंथेटिक हॉकी टर्फ के लिए चयनित स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रियदर्शनी स्टेडियम में खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों से भी मुलाकात की, जहां उन्होंने स्थानीय खेल गतिविधियों और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के बारे में जानकारी ली।
इस अवसर पर, सलाम ने बस्तर के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए एक विशेष अभियान की घोषणा की। उन्होंने कहा, “बस्तर में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। हमारा लक्ष्य इन प्रतिभाओं को पहचानना और उन्हें वैश्विक मंच पर प्रदर्शन करने के लिए तैयार करना है।”
नियद नेल्लानार योजना के तहत, सरकार ने बस्तर संभाग के पांच जिलों – कांकेर, नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा में खेल सुविधाओं के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। वर्ष 2023-24 में 10 लाख रुपये और 2024-25 में 44 लाख रुपये की राशि आवंटित की गई है।
सलाम ने यह भी बताया कि खेल एवं युवा कल्याण विभाग में रिक्त पदों पर जल्द ही भर्तियां की जाएंगी। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि बस्तर के हर कोने में खेल का माहौल बने और यहां के युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करें।”
इस पहल से न केवल क्षेत्र में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे। बस्तर ओलंपिक न केवल एक खेल प्रतियोगिता होगी, बल्कि यह क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण मাध्यम बनने जा रही है।