छत्तीसगढ़ के गृह, जेल, संस्कृति, धर्मस्व एवं लोकनिर्माण विभाग के मंत्री ताम्रध्वज साहू ने धमतरी दौरे पर विभागों का समीक्षा बैठक लिया। इस बैठक में सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव तथा संजारी बालोद विधायक संगीता सिन्हा भी उपस्थित थी. लोकनिर्माण एवं गृह विभाग के समीक्षा बैठक में उन्होंने विभाग के अधिकारीयों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि विभाग के कार्यों में गुणवत्ता और मितव्यवता लाएं। जनता के समक्ष शासन और प्रशासन का छवि बदलने का एक मात्र अवसर होता है विभागों के द्वारा किया जाने वाला काम, इसलिए विभाग के द्वारा अच्छा काम कम खर्चे में किया जायेगा तो सामान्य जन मानस में सरकार और प्रशासन के प्रति जनता का नजरिया जरूर बदलेगा।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में लोक निर्माण मंत्री ने पीडब्ल्यूडी की विभागीय समीक्षा करते हुए सड़कों में बारिश के बाद बने गड्ढों की फिलिंग करने का कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में पुराने तथा अधूरे निर्माण कार्यों की भी समीक्षा इस दौरान की। कुछ निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के संबंध में पुनराबंटन के प्रस्ताव भेजे जाने के संबंध में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि पुराने कार्य यदि किसी कारणवश अधूरे हैं, तो उसके लिए संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय करें। यदि वह निर्धारित बजट और समयावधि में कार्य पूर्ण नहीं करता है, तो ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध सख्ती से कार्यवाही की जाएगी। साथ ही किसी प्रकार की वित्तीय अनियमितता पाए जाने पर संबंधित अधिकारी से रिकवरी किए जाने के निर्देश दिए। केबिनेट मंत्री ने उच्चाधिकारियों को लगातार मैदानी स्तर पर दौरा कर निर्माण कार्यों का गुणवत्तापूर्वक आउटपुट देने की बात कही। इसी प्रकार पुल-पुलियों के निर्माण में भी प्राथमिकता के आधार पर कार्यों का प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुसार मितव्ययिता अपनाते हुए ऐसी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए, जिससे कम जगह का बहुउद्देशीय उपयोग हो सके और शेष बची जगह का इस्तेमाल व्यावसायिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जा सके। सट्टा, जुआ और नशे की लत पर शिकंजा कसने अभियान चलाएं।
गृह मंत्री साहू ने पुलिस विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी अपराध को सिरे से खत्म करने के लिए उसकी जड़ को मिटाना बेहद जरूरी है। उन्होंने सट्टा और जुआ जैसी सामाजिक बुराईयों को समाप्त करने के लिए लगातार अभियान चलाकर अपराधियों पर कानून का शिकंजा कसने के निर्देश दिए। साथ ही नशे की लत को दूर करने के लिए अभियान चलाने पर जोर दिया। पुलिस विभाग के अधिकारियों को आमजनता के बीच सकारात्मक छवि बनाने के बारे में कहा कि पुलिस की कार्यशैली ऐसी हो, कि पुलिस से अपराधी डरें, ना कि आम आदमी। उन्होंने रायपुर की तर्ज पर जिले में जनसहयोग से सीसीटीवी कैमरों की संख्या में वृद्धि करने, सायबर सेल का पृथक् कंट्रोल रूम स्थापित करने, निचले स्तर के कर्मचारियों की भी मूलभूत सुविधाओं का खयाल रखने और थानों में केस दर्ज कराने के लिए आने वाले लोगों से मधुर संबंध और अनुकूल वातावरण स्थापित करने पर भी बल दिया। इसके अलावा थानों के क्षेत्र का पुनर्निर्धारण कर परिसीमन करने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए लोक निर्माण विभाग सहित संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने, यातायात व्यवस्था को सुदृढ़़ बनाने चौक-चौराहों में नगरसैनिकों की तैनाती करने के भी निर्देश गृहमंत्री ने दिए। इसी तरह दुर्घटनाजन्य क्षेत्र (ब्लैक स्पॉट) का निर्धारण कर निर्माण विभाग के समन्वय से आवश्यकतानुसार सुधार करने व संकेतक लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जेल में भी मूलभूत सुविधाएं विकसित करने आगंतुकों के लिए पृथक् कक्ष बनाने तथा जेल परिसर के बाहर शेड तैयार करने के भी निर्देश दिए। साथ ही कलेक्टर को जेलों का औचक निरीक्षण कर वहां के रसोई कक्ष, कैदियों के शौचालय में स्वच्छता आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके पहले, एडिशनल एस.पी. ने जिले की भौगोलिक स्थिति, थानों, चौकियों एवं बल के उपलब्ध संसाधन और आवश्यकताओं की जानकारी विभागीय मंत्री को दी। इसके अलावा जिले में अपराध और उनके विरूद्ध विभाग द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी। उन्होंने जिला मुख्यालय में पृथक् महिला थाना, ट्रैफिक थाना तथा रिक्त पदों पर की पूर्ति हेतु स्टाफ की मांग रखी। साथ ही सिहावा विधायक द्वारा सिंगपुर, बेलरगांव, सांकरा जैसे बड़े ग्रामों में पुलिस चौकी स्थापित करने की भी मांग की गई, जिस पर गृहमंत्री ने प्राथमिकता एवं आवश्यकता के आधार आगामी बजट में शामिल करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर कलेक्टर रजत बंसल, नवपदस्थ एस.पी. बी.पी. राजभानू सहित पुलिस एवं लोक निर्माण विभाग के अधिकारीगण मौजूद थे।