आज, 11 नवंबर, पूर्व केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री और अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुंदर लाल पटवा की जयंती है। इस अवसर पर, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पटवा जी एक सच्चे अनुशासनप्रिय व्यक्ति थे। उनका व्यक्तित्व सौम्य, कुशल संगठन क्षमता से युक्त, और ओजस्वी वक्ता के रूप में जाना जाता था। वो हमेशा जनता की समस्याओं को उठाने वाले जुझारू नेता थे।
पटवा जी ने सहकारी आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अनेक महत्वपूर्ण दायित्वों को संभाला। उन्होंने इस आंदोलन को जनोन्मुखी बनाया और उनके कार्यकाल में सहकारी संस्थाओं के माध्यम से कमजोर वर्गों, शिल्पियों और श्रमिकों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए सफल प्रयोग किए गए।
मुख्यमंत्री साय ने आगे कहा कि पटवा जी का व्यक्तित्व और कृतित्व हमेशा हमें अपने दायित्वों का उत्कृष्टपूर्वक निर्वहन करने की प्रेरणा देते रहेंगे।
उदाहरण के लिए, पटवा जी ने मध्य प्रदेश में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए अनेक महत्वपूर्ण नीतियां बनाई और उनका प्रभावी क्रियान्वयन किया। उन्होंने गाँवों में रहने वाले लोगों के लिए सहकारी समितियों का नेटवर्क बनाने पर जोर दिया, जिससे उन्हें अपनी ज़रूरत की चीज़ें आसानी से उपलब्ध हो सकें और उनका आर्थिक विकास हो सके।
पटवा जी का जीवन हमें एक ऐसा आदर्श प्रस्तुत करता है जहाँ अनुशासन, जनता के लिए समर्पण, और कार्यक्षमता का एक अद्भुत मेल देखने को मिलता है। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व की प्रेरणा हमेशा हमारे लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।