बिलासपुर, छत्तीसगढ़: जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति की जांच करने के लिए शनिवार को एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों की एक टीम ने कलेक्टर के निर्देश पर सरकारी अस्पतालों और स्कूलों का औचक निरीक्षण किया।
टीम ने निरीक्षण के दौरान कई अस्पताल और स्कूल बंद पाए, जबकि कई जगह डाक्टर, शिक्षक और अन्य कर्मचारी बिना सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित मिले।
ड्यूटी के समय अधिकांश स्कूलों और अस्पतालों में ताला लटका मिला, तो कुछ में ताला खुला था लेकिन कार्यरत कर्मचारी लापता थे। इस पर कलेक्टर ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा, “एसडीएम और तहसीलदारों द्वारा की गई जांच में जो भी कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, डीईओ और सीएमएचओ को निर्देश दिए हैं कि गैरहाजिर कर्मचारियों की जानकारी तैयार करने कहा गया है। सरकारी संस्थानों में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित कर्मचारियों के वेतन में कटौती व अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।”
यह सरकारी संस्थानों में अनुशासनहीनता पर कलेक्टर द्वारा कठोर कार्रवाई का संकेत है। उनका यह कदम ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा की स्थिति में सुधार लाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।