राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा पर तहसीलदारों के ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसों का लेन-देन करने का आरोप लगाने वाले तहसीलदार नीलमणी दुबे को निलंबित कर दिया गया है।
क्यों निलंबित किया गया?
- नीलमणी दुबे ने मीडिया में यह आरोप लगाया था कि मंत्री के बंगले के आगे नतमस्तक होने वालों को मनचाहे जगहों पर पोस्टिंग दी गई है।
- उन्होंने कहा कि ट्रांसफर पोस्टिंग में कोई क्राइटेरिया नहीं बनाया गया और इसमें घोर अनियमितता बरती गई है।
- राजस्व विभाग के अवर सचिव अन्वेष घृतलहरे ने यह आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि नीलमणी दुबे के बयान छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिनियम का उल्लंघन है।
क्या कहा था नीलमणी दुबे ने?
- नीलमणी दुबे ने कहा था कि ट्रांसफर पोस्टिंग में कोई क्राइटेरिया नहीं है।
- उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा था कि जिस व्यक्ति का 6 महीने बाद रिटायरमेंट है उसका भी स्थानांतरण कर दिया गया है।
- उन्होंने कहा कि 55 वर्ष के एक व्यक्ति, जो आईसीयू में भर्ती हैं, का भी ट्रांसफर कर दिया गया है।
क्या होगा आगे?
- नीलमणी दुबे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
- उनका कार्यालय मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला होगा।
यह मामला एक बड़ा सवाल उठाता है:
- क्या राजस्व मंत्री पर लगे आरोपों की जांच होगी?
- क्या ट्रांसफर पोस्टिंग में वास्तव में अनियमितता है?
- क्या नीलमणी दुबे को निलंबित करने से पहले उनका पक्ष सुना गया?