दुर्ग। त्योहारी सीजन में मिलावटी मिठाइयों की बिक्री पर रोकथाम लगाने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग, दुर्ग सक्रिय हो गया है। अगस्त माह में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने जिले के कई मिठाई दुकानों और खाद्य प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया और संदेह के आधार पर कई जगहों से नमूने भी लिए।
इन दुकानों से लिए गए नमूने
- मेसर्स तृप्ति मिठाई, दुर्ग: बूंदी लड्डू और गुलाब जामुन
- जलाराम मिष्ठान भंडार, दुर्ग: सुपर पेड़ा
- जलाराम स्वीट्स, कैलाश नगर, भिलाई: खोवा
- संगम स्वीट्स, स्मृति नगर, भिलाई: मिनी पेड़ा
- न्यू सम्राट मिष्ठान भंडार, उतई: छेना टोस्ट
- खेदामारा: बेसन लड्डू
- सुमन स्वीट्स एवं डेली नीड्स, धमधा: पेड़ा और सौंठ लड्डू
नमूनों को भेजा गया रायपुर
सभी नमूनों को जांच के लिए राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला, रायपुर भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दो दुकानों को जारी किया गया नोटिस
निरीक्षण के दौरान यादव मिष्ठान एवं भोजनालय, जामगांव आर और न्यू सम्राट मिष्ठान भंडार में पेस्ट कंट्रोल सर्टिफिकेट, जल परीक्षण रिपोर्ट, फास्टेक ट्रेनिंग सर्टिफिकेट आदि दस्तावेज नहीं पाए गए। दोनों दुकानों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
खारी अमानक मिलने पर लगाया गया जुर्माना
इंदौर सेव भंडार, सिकोलाभाटा, दुर्ग में खारी अमानक पाए जाने पर 35 हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
खाद्य विभाग की यह कार्रवाई त्योहारों के मौसम में लोगों की सेहत की रक्षा करने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इससे मिठाई विक्रेताओं में भी जागरूकता आएगी और वे शुद्ध और स्वास्थ्यकर मिठाइयां बेचने के लिए प्रोत्साहित होंगे।