सुकमा: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र में एक बार फिर से नक्सलियों ने अपनी बर्बरता दिखाई है।
नक्सलियों ने एक जन अदालत लगाकर शिक्षादूत दूधी अर्जुन (निवासी गोंडपल्ली) की लाठी-डंडों से पिटाई की और फिर रस्सी से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया:
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। सुकमा पुलिस ने बताया कि हत्यारों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जगरगुंडा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
तीन दिन पहले भी नक्सलियों ने की थी हत्या:
गौरतलब है कि तीन दिन पहले ही नक्सलियों ने बीजापुर जिले के जप्पेमरका गांव के दो ग्रामीणों को पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाकर फांसी देकर मार डाला था।
नक्सलियों का आतंक:
नक्सलियों की ये वारदातें क्षेत्र में भय और अनिश्चितता का माहौल बना रही हैं। लोगों में डर और चिंता का माहौल है।
सवाल उठ रहे हैं:
- क्या नक्सलियों का आतंक थमने वाला है?
- क्या सरकार इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाएगी?
- कब तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा का माहौल बनेगा?
यह घटना शिक्षा और मानवता के प्रति नक्सलियों की बर्बरता और क्रूरता को दर्शाती है। सरकार और सुरक्षा बलों से अपील है कि नक्सलियों के आतंक का समाधान निकाला जाए और क्षेत्र में शांति स्थापित की जाए।