छत्तीसगढ़ की लोक कला की धरोहर, पंडवानी गायिका तीजन बाई, जिन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है, एक साल से लकवे से पीड़ित हैं। उनकी सेहत में सुधार के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने उनकी नियमित देखभाल का जिम्मा उठाया है। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट और एएनएम की ड्यूटी लगाई है जो तीजन बाई की सेहत की नियमित जाँच करेंगे।
तीजन बाई अपने बेटे की मौत के बाद से सदमे में हैं और अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही हैं। उनकी खराब सेहत को देखते हुए सरकार ने उनके इलाज की प्रक्रिया तेज कर दी है। पिछली भूपेश बघेल सरकार के समय जब तीजन बाई की बीमारी की खबरें सामने आई थीं, तो मुख्यमंत्री बघेल ने खुद उनसे फोन पर बात की थी और तभी से उनके इलाज की शुरुआत हुई थी।
अब भाजपा सरकार ने उनके नियमित देखभाल के लिए डॉक्टरों और फिजियोथेरेपिस्ट की टीम तैनात की है। यह टीम प्रतिदिन तीजन बाई की सेहत की जांच करेगी।
तीजन बाई की सेहत उनके चाहने वालों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
यह कदम तीजन बाई जैसे कलाकारों की सेवा में सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उनके इलाज और देखभाल पर ध्यान देने से यह भी पता चलता है कि राज्य सरकार लोक कलाकारों का कितना सम्मान करती है।
हमें उम्मीद है कि तीजन बाई जल्द ही स्वस्थ हो जाएंगी और फिर से अपनी मधुर आवाज से हमें मंत्रमुग्ध करेंगी।