बिलासपुर में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां कोटा में टीकाकरण के बाद दो मासूमों की मौत हो गई है। सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक राज्य स्तरीय समिति गठित की है। रायपुर से 5 सदस्यीय जांच टीम बिलासपुर पहुंची है और मामले की तहकीकात में जुटी हुई है।
स्वास्थ्य मंत्री का सख्त फैसला
इस घटना को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य स्तरीय जांच पूरी होने तक उस वैक्सीन बैच की टीकाकरण प्रक्रिया बंद करने का फैसला लिया है। अगर जांच में किसी की लापरवाही पाई जाती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
घटना की विस्तृत जानकारी
घटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटा के अंतर्गत ग्राम पंचायत पटैता के कोरी पारा में हुई। दो नवजात शिशुओं को 30 अगस्त को पटैता के आंगनबाड़ी केंद्र में टीका लगाया गया था। टीका लगने के बाद 30 अगस्त को एक शिशु की मृत्यु हो गई, और दूसरे की 31 अगस्त की सुबह मृत्यु हो गई।
गांव में दहशत का माहौल
दोनों नवजात शिशुओं की मौत से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोगों में इस घटना को लेकर बहुत डर और चिंता है।
जांच में क्या सामने आएगा?
जांच टीम इस बात का पता लगाएगी कि टीकाकरण के बाद शिशुओं की मौत का कारण क्या था। यह भी पता लगाया जाएगा कि टीकाकरण प्रक्रिया में कोई लापरवाही तो नहीं हुई थी।
सार्वजनिक स्वास्थ्य की चिंता
यह घटना सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न दोहराई जा सकें।