छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी आज सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. इस अवसर पर नया रायपुर मंत्रालय के समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों ने राष्ट्रीय एकता की शपथ लिया. राज्य शासन के प्रमुख सचिव श्री मनोज पिंगुआ ने अधिकारियों-कर्मचारियों को शपथ दिलाया. उन्होंने शपथ लिया कि राष्ट्र की एकता अखंडता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करेंगे और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी पूरा प्रयत्न करेंगे. अपने देश की एकता के भावना से ली गई शपथ के अनुसार इसे सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यो द्वारा संभव बनाया जा सका. अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने का भी सत्यनिष्ठा से संकल्प किया गया.
राष्ट्रिय एकता से तात्पर्य देश की एकता से है और सरदार पटेल जी ने 500 से अधिक रियासतों को भारत में मिलाकर एक नए भारत का निर्माण किया. सरदार पटेल ने एक ऐसा काम किया जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है. हर किसी के लिए सरदार पटेल प्रेरणा है और देश के प्रति उनकी निष्ठा और योगदान को याद करते हुए एकता दिवस मनाया जाता है
राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है. भारत में वर्ष 2014 में पहली बार राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया गया. भारत की गणना विश्व के सबसे बड़े देशों में से एक के रूप में की जाती है जो कि पूरे विश्व में दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जहाँ 1652 के आसपास भाषाऍ और बोलियाँ बोली जाती है. यह देश दुनिया के सभी प्रमुख धर्मों को जैसे हिंदू, बौद्ध, ईसाई, जैन, इस्लाम, सिख और पारसी धर्मों को विभिन्न संस्कृति, खानपान की आदतों, परंपराओं, पोशाकों और सामाजिक रीति-रिवाजों के साथ शामिल करता है. यह जलवायु में काफी अन्तर के साथ एक विविधतापूर्ण देश है. देश में विभिन्नता होने के बाद भी, इसका प्रत्येक भाग एक ही संविधान द्वारा बहुत शांति के साथ नियंत्रित है.