दुर्ग और विशाखापत्तनम के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस पर रात में फिर पथराव हुआ है! ये घटना खरियार रोड स्टेशन के पास हुई जब ट्रेन स्टेशन पर पहुँच रही थी। अज्ञात लोगों ने कोच नंबर 34-35 की खिड़कियों पर पत्थर फेंके।
इस घटना के बाद ईकॉनामिक कोच E-2 की सीट नंबर 34-35 की खिड़की पूरी तरह से टूट गई। ज़ाहिर है, ये घटना बहुत डरावनी है और ऐसे कृत्यों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
ये पहला मामला नहीं है जब वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव हुआ है। 13 सितंबर को इस ट्रेन के ट्रायल रन के दौरान भी पथराव किया गया था। उस वक़्त इस मामले में महासमुंद के तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया।
रेलवे प्रशासन इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कह रहा है, लेकिन सवाल ये है कि ये घटनाएँ बार-बार क्यों हो रही हैं? क्या हम सब इस तरह की बर्बरता को सहन करते रहेंगे? हमारी रेलवे को सुरक्षित बनाने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए?
आप क्या सोचते हैं? क्या ये घटनाएँ एक खास वर्ग की बदमाशी का नतीजा हैं? या कुछ और भी है? हमें कमेंट सेक्शन में अपनी राय बताएं।