Vivekananda Sarovar (Budha Talab)
Vivekananda Sarovar (Budha Talab)

Being the oldest lake in Raipur. the Vivekananda Sarovar is also called the Budha Talaab. Legends say that Budha Dev was the revered deity of the Adivasis and this pond is dedicated to him. To create a modern appeal, the pond was renamed Vivekananda Sarovar. Right at the center of the lake, a heavenly paradise has been created for tourists. This is called the Nilabh Garden. Butterflies flutter. fountains emit colorful lights and flowers fill the air with a sweet scent on this island garden. A 37 ft high statue of Swami Vivekananda has been built in between the lake. This statue has been added to the Limca Book of Records for being the ‘Largest Model for A Statue’. At night the Vivekananda Sarovar presents an amazingly lit up wonderland.

बूढ़ा तालाब जिसे अब स्वामी विवेकानंद सरोवर के नाम से जाना जाता है ये डे भवन के पास ही स्थित है। डे भवन में स्वामी विवेकानंद रहते थे और इसी तालाब में डुबकियां लगाते थे। बीचोबीच स्थित उद्यान में स्थापित स्वामी विवेकानंद 37 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है। जिसका नाम मूर्तियों का सबसे बड़ा नमूना होने के कारण लिम्का बुक में दर्ज है। इस तालाब में बचपन में स्वामी विवेकानंद दोस्तों के साथ नहाते थे। स्वामी जी का ज्यादातर बचपन रायपुर में ही बीता था। 

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14 साल की उम्र में रायपुर आए थे नरेंद्र 

स्वामी विवेकानंद अपने पिता विश्वनाथ के साथ 1877 में यहां आए थे। स्वामी जी के पिता जो पेशे से वकील थे वकालत के कार्य से रायपुर आए थे और अपने दोस्त राय बहादुर डे के यहां ठहरे हुए थे। तब स्वामी विवेकानंद की उम्र 14 वर्ष थी। वे मेट्रोपोलिटन विद्यालय की तीसरी कक्षा (आज की कक्षा 8 के समकक्ष) में पढ़ रहे थे। बाद में स्वामी जी के पिता ने अपने परिवार के सभी सदस्यों को रायपुर बुलाने की सोची। फिर स्वामी विवेकानंद अपने छोटे भाई महेन्द्र दत्ता, बहन जोगेन्द्रबाला और मां भुवनेश्वरी देवी को रायपुर लेकर आए थे।

बूढ़ा तालाब डे भवन के पास ही स्थित है। डे भवन में स्वामी विवेकानंद रहते थे और इसी तालाब में डुबकियां लगाते थे। इस तलाब को 600 वर्ष पहले कल्चुरी वंश के राजाओं द्वारा खुदवाया गया था। इतिहासकारों के मुताबिक यह पहले 150 एकड़ में था जो अब मात्र लगभग 60 एकड़ में ही सीमित हो गया है।

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