रायपुर: सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया छत्तीसगढ़ इकाई और रायपुर पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में आज केपीएस स्कूल, डुंडा में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। “जिंदगी ना मिलेगी दोबारा” नामक इस अभियान का उद्देश्य बच्चों को ट्रैफिक नियमों, नशा मुक्ति, स्वास्थ्य और जीवन कौशल के बारे में जागरूक करना है।
संत और विधायक ने किया शुभारंभ
कार्यशाला का शुभारंभ शदाणी दरबार तीर्थ के संत युधिष्ठिर लाल और ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू ने किया। संत युधिष्ठिर लाल ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि “आज आप जो कुछ भी सीखेंगे, उसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। 16 से 20 वर्ष की उम्र आपके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ होती है।” विधायक मोतीलाल साहू ने कहा कि “हर बच्चे को अपने जीवन का लक्ष्य तय करना चाहिए और अपने दिनचर्या में नियमों का पालन करना बहुत जरूरी है।”
विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने दी जानकारी
कार्यशाला में ट्रैफिक पुलिस से टी.के. भोई ने बच्चों को ट्रैफिक नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और लाल, पीली और हरी बत्ती का महत्व समझाया। नशा मुक्ति के लिए शीतल मोगरे ने बताया कि “आजकल बच्चे बहुत जल्दी बुरी आदतों में फंस जाते हैं, हमें इनसे दूर रहना चाहिए।” स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. रागिनी ने बच्चों को दिन में दो बार ब्रश करने और चॉकलेट का सेवन कम करने की सलाह दी।
केपीएस स्कूल के संचालक आशुतोष त्रिपाठी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। सिंधी काउंसिल के प्रदेश अध्यक्ष ललित जैसिंघ ने बताया कि “जिंदगी ना मिलेगी दोबारा” अभियान आज से शुरू किया गया है।
कई गणमान्य व्यक्ति रहे मौजूद
इस कार्यक्रम में डॉ. जयेंद्र नारंग, डॉ. एन.डी. गजवानी, नंदलाल साहित्य, नितिन कृष्णानी, कमल विधवानी, बंटी गावड़ा, महेश खिलनानी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अनिल ज्योत्सिंघानी ने किया।

